गला घोंटकर की गई दंपति की हत्या, पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोला राज
Indian 24 Circle News
जौनपुर ब्यूरो रिपोर्ट : खुटहन थाना क्षेत्र के मलूकपुर गांव में 5 जनवरी को सिंचाई के लिए गए दंपति की संदिग्ध मौत के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। अब तक यह माना जा रहा था कि उनकी मौत फसल सुरक्षा के लिए लगाए गए विद्युत प्रवाहित तारों की चपेट में आने से हुई थी। लेकिन गुरुवार को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि दंपति की हत्या गला घोंटकर की गई थी।
घटना में मृतक रामचरित्तर गौतम (58) और उनकी पत्नी किस्मत्ती देवी (56) अपने खेत में सिंचाई के लिए गए थे। घटना के बाद से ही दोनों लापता थे। मौके पर उनकी साइकिल, चप्पल और फावड़ा मिला था। अगले दिन उनकी बेटी सरिता ने थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बगल के काश्तकार और अकबरपुर गांव के पूर्व प्रधान कमलेश सिंह समेत अन्य लोगों पर हत्या का आरोप लगाया।
पुलिस ने आरोपों के आधार पर कमलेश सिंह और अन्य आरोपियों को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान कमलेश ने स्वीकार किया कि दंपति की मौत विद्युत प्रवाहित तारों की चपेट में आने से हुई थी। उसने यह भी बताया कि दोनों शवों को बचने के लिए लगभग 8 किमी दूर बासूपुर गांव की शारदा सहायक नहर में फेंक दिया गया था।
शवों की बरामदगी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का खुलासा..
13 जनवरी को किस्मत्ती देवी का शव नहर से बरामद किया गया, और अगले दिन 14 जनवरी को रामचरित्तर का शव भी मिल गया। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। गुरुवार को आई रिपोर्ट ने सभी को चौंका दिया। रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया कि दंपति की मौत करंट से नहीं, बल्कि गला घोंटने से हुई थी।
यही अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है। मामले में अब तक की जांच पर सवाल उठने लगे हैं। पुलिस और प्रशासन दोनों ही नई जानकारी के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रहे हैं।
मृतक के परिवार ने आरोप लगाया था कि काश्तकारों की रंजिश के चलते यह हत्या की गई। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने उनकी बात को बल दिया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही मामले के सभी पहलुओं की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना न केवल क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है, बल्कि प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर रही है।

