सीधे मौत को आमंत्रण दे रहे खुले नाले व मेनहोल...
Indian 24 Circle News
स्वच्छ गोमती अभियान के अध्यक्ष गौतम गुप्ता ने आज एक प्रेस वार्ता में कहा कि शहर में जगह जगह गुणवत्ताहीन सड़के व खुले नाले सीधे आमजन को मौत का निमंत्रण दे रहे हैं, आये दिन जगह जगह सड़कें धंस जा रही हैं, जिसमे रोज़ाना कोई न कोई घायल होता रहता है, विगत दिनों 2 लोगों के करंट से मौत के बाद खुले नाले में बह जाने की घटना ने समूचे प्रदेश को स्तब्ध कर दिया और जिम्मेदारों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि नमामि गंगे वअमृत योजना के इस गम्भीर भ्रष्टाचार की भेंट आखिर आमजन कब तक चढ़ते रहेंगे, कब होगी इनके दोषियों पर सख्त कार्यवाही, हर बार इन बेईमानों का संरक्षण करने वालों को जनता बखूबी पहचान चुकी है, यदि इस बार दोषियों पर कड़ी कार्यवाही नही हुई तो आंदोलन अवश्यम्भावी होगा।
पिछले वर्ष जौनपुर दौरे पर आए मुख्यमंत्री जी को जिम्मेदारों द्वारा फ़र्ज़ी तरीके से यह बताया गया कि शहर के 12 नाले पूरी तरह से टैप कर लिए गए हैं और उनका पानी अब गोमती में न जाकर एसटीपी में जाता है ऐसे में पिछले दिनों नाले में बहे 2 लोगों के शव नाले से होकर गोमती किनारे पर मिलना यह स्पष्ट करता है कि नाले व उसका पानी अभी भी सीधे गोमती में ही गिर रहे हैं,
खुले नालों से किसी घटना को रोके जाने हेतु न तो वहां बैरिकेटिंग जैसा कोई प्रावधान है और न ही नालों के मुहाने पर कोई जाली लगाई गई है, एक बार यदि आप उसमे फिसले तो फिर सीधे गोमती में ही मिलेंगे,चूंकि घटना स्थल के इलाके में सीवर बिछाने का कार्य सम्पूर्ण हो चुका है ऐसे में, पिछले द्विन हुई घटना की समस्त ज़िम्मेदारी नमामि गंगे, जलनिगम व बिजली विभाग के लोगों की है जिनकी संवेदनहीन कार्यशैली ने 3 लोगों को मौत के मुंह मे पहूँचा दिया, सराहना के पात्र हैं, ज़िलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक जौनपुर व उनके समस्त अधीनस्थ एवं नगर पालिका परिषद के सफाई कर्मी, ndrf के जवान जिनके 30 घण्टे के मैराथन प्रयासों से शव बरामद किए जा सके

