आम महोत्सव में प्रथम पुरस्कार जीतने वाले अनिल यादव का शिव गोविंद महाविद्यालय में हुआ भव्य स्वागत
Indian 24 Circle News
जौनपुर। जिले के प्रगतिशील किसान अनिल यादव ने अपनी मेहनत और बागवानी के प्रति जुनून से जौनपुर का नाम पूरे प्रदेश में रोशन किया है। लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में आयोजित आम महोत्सव 2025 में अनिल यादव को उनकी उत्कृष्ट आम की प्रजातियों के लिए प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया। इस महोत्सव में प्रदेश भर से लगभग 800 आम की प्रजातियों ने भाग लिया था, जिनमें अनिल यादव की आम प्रजातियों को सर्वश्रेष्ठ चुना गया।
इस अभूतपूर्व उपलब्धि के उपलक्ष्य में शिव गोविंद महाविद्यालय मछलीशहर में एक स्वागत एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के डायरेक्टर संदीप यादव ने की। समारोह को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के संस्थापक व पूर्व विधायक लाल बहादुर यादव ने कहा कि अनिल यादव ने जौनपुर ही नहीं, पूरे प्रदेश का नाम गौरवान्वित किया है। उन्होंने पर्यावरण और बागवानी के क्षेत्र में एक मिसाल पेश की है।
अनिल यादव द्वारा उगाई गई विश्व प्रसिद्ध आम की प्रजातियाँ जैसे मियाज़ाकी, स्वर्ण रेखा, बनाना, आम्रपाली, नाजुक बदन, नीलम, केसर, मल्लिका आदि ने महोत्सव में निर्णायकों और आगंतुकों को आकर्षित किया। इन्हीं के दम पर उन्हें प्रदेश स्तरीय प्रथम पुरस्कार मिला।
कार्यक्रम में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राजबहादुर यादव ने कहा कि अनिल यादव, जौनपुर जनपद के सिकरारा थाना क्षेत्र के ग्राम बिशुनपुर (लाल बाजार) के निवासी हैं। उन्होंने न केवल अपने गाँव और परिवार का, बल्कि पूरे जनपद का मान बढ़ाया है।
अपने सम्मान से उत्साहित अनिल यादव ने कहा, “यह पुरस्कार इस बात का प्रमाण है कि यदि सही तकनीक, मेहनत और लगन से काम किया जाए तो स्थानीय स्तर पर भी अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता की फसलें उगाई जा सकती हैं। यह सम्मान मेरे परिश्रम का फल है और मुझे आगे और बेहतर करने की प्रेरणा दे रहा है।”
समारोह में अनिल यादव को स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र और पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर राहुल त्रिपाठी, डॉ. आसाराम यादव, राजमणि यादव, सरमू प्रधान, सिकंदर मौर्य, पप्पू यादव, प्रचार्य मुमताज अहमद, विनोद प्रजापति, रणधीर यादव, घनश्याम यादव, अरविंद गुप्ता, मुनीर अहमद सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन शैलेश यादव ने किया और अंत में डायरेक्टर संदीप यादव ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
यह समारोह न केवल अनिल यादव की मेहनत का सम्मान था, बल्कि यह संदेश भी कि जमीनी स्तर से भी विश्वस्तरीय पहचान बनाई जा सकती है।


