दो सगे भाइयों के आतंक से भयभीत है पुष्पा का परिवार।
Indian 24 Circle News
15 फरवरी को पति मिला था अधमरा हुआ सरसों के खेत मे पुलिस ने मामूली धाराओं में दर्ज किया था मुकदमा।
जौनपुर जिले के मडियाहू थाना क्षेत्र के रामपुर खास निवासी पुष्पा देवी पत्नी बड़ेलाल का परिवार नगर के भंडारिया टोला निवासी दो सगे भाइयों के आतंक के साए में जीने को मजबूर है ।यही नहीं पुष्पा देवी के परिवार से पुलिस को कोई खास मदद मिलती हुई नजर नहीं आ रही है हालांकि पुलिस ने बीते 16 फरवरी को दोनों सगे भाइयों के विरुद्ध मामूली धारा में मुकदमा दर्ज कर अपना फ़र्ज़ अदा करने का दावा किया लेकिन दोनो भाई आज भी खुलेआम घूम रहे है जिससे ये परिवार डरा व सहमा हुआ है। पुष्पा देवी ने जो मड़ियाहूं कोतवाली थाने में जो मुकदमा दर्ज कराया था उसके अनुसार मेरे पति बड़ेलाल पुत्र स्वर्गीय राजपति को नगर के भंडरिया टोल निवासी संतोष गुप्ता व विजय गुप्ता पुत्र छोटे लाल गुप्ता ने छह माह पूर्व जान से मारने की धमकी दी थी, इसी के चलते 15 फरवरी को स्थानीय थाना क्षेत्र के रामपुर खास में जब मेरे पति घर से कुछ कार्य के लिये बाजार निकले थे तभी दोनों आरोपी सगे भाइयों ने मेरे पति को पकड़ कर जान से मारने की नीयत से मुंह में कपड़ा भरकर सरसों के खेत में मरा हुआ समझ कर फेंक दिया था। इस बात का खुलासा तब हुआ जब वे समय से घर नही पहुँचे तो हम सभी लोग अपने उन्हें ढूंढने निकले तो वे उन्हें सरसों गंभीर अवस्था मे बेसुध पड़े मिले। इस घटना से वो इतना भयभीत थे कि वह ना तो कुछ बोल पा रहे थे न बता पा रहे थे उन्होंने पूरी घटना की जानकारी लिख कर बताया कि उन्हें किसने और क्यों और कैसे मारा पीटा था। डॉक्टर के यहाँ दवा इलाज कराने के बाद 16 फरवरी को इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को पुष्पा देवी के प्रार्थना पत्र देने के बाद पुलिस ने बीएनएस की धारा 115 (2) व 351 (2 ) में दोनों सगे भाइयों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर विवेचना उपनिरीक्षक रामदुलार यादव को सौंप दिया।
इस घटना के बाद से पुष्पा देवी का पूरा परिवार डरा व सहमा हुआ है क्योंकि आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं। उनका कहना है कि आए दिन यह लोग अपनी ऊंची पहुंच व राजनैतिक संरक्षण के चलते लोगों को परेशान करते हैं और इसी तरह की बड़ी घटना को अंजाम देकर आसानी से पुलिस से बच जाते हैं।पुष्पा देवी ने मांग किया है कि दोनों आरोपियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। जिससे कि उनके परिवार की जानमाल की रक्षा हो सके।

