विश्व क्षय दिवस पर ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति में हुआ जागरूकता कार्यक्रम, "टीबी हारेगा, देश जीतेगा" का गूंजा नारा
जौनपुर। विश्व क्षय (टीबी) दिवस के अवसर पर ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति, सिंगरामऊ के मुख्यालय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस वर्ष की थीम "Yes! We Can End TB" यानी "हां, हम इस बीमारी को मिलकर खत्म कर सकते हैं" के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।
कार्यक्रम में आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिंगरामऊ के प्रभारी डॉ. अभिषेक वर्मा ने बताया कि टीबी एक संक्रामक रोग है, जो बैक्टीरिया से फैलता है। यह मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है, लेकिन शरीर के अन्य भागों में भी हो सकता है। इसके सामान्य लक्षणों में लगातार खांसी आना, बुखार, वजन घटना और भूख न लगना शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा मरीजों को मुफ्त इलाज, दवा और पोषण सहायता उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही उन्होंने समिति द्वारा मरीजों को गोद लेकर छह माह तक नियमित रूप से पोषाहार वितरित करने के प्रयासों की सराहना की, जिससे मरीजों को शीघ्र स्वस्थ होने में मदद मिल रही है।
डॉ. मुन्ना पांडेय ने टीबी से बचाव के पांच प्रमुख तरीकों पर प्रकाश डाला — बीसीजी वैक्सीन लगवाना, संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखना, मास्क पहनना व स्वच्छता बनाए रखना, इम्यूनिटी को मजबूत रखना और टीबी के लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराकर नजदीकी सरकारी अस्पताल में इलाज कराना।
संस्था की प्रमुख डॉ. अंजु सिंह ने कहा कि विश्व टीबी दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को टीबी की गंभीरता, उसके उपचार और रोकथाम के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "2025 तक टीबी मुक्त भारत" के संकल्प को पूरा करने के लिए शपथ दिलाई और बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस दिशा में सामूहिक प्रयास का आह्वान किया है।
इस अवसर पर टीबी जागरूकता से जुड़े स्लोगन, पोस्टर और प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कंचन ने जागरूकता गीत प्रस्तुत कर सभी को प्रेरित किया। "टीबी हारेगा, देश जीतेगा" के नारों से परिसर गूंज उठा। टीबी से मुक्त होकर अन्य मरीजों को प्रेरित करने वाले "टीबी चैंपियन" को सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर टीबी का इलाज करा रहे मरीजों के साथ-साथ समिति की दर्जनों छात्राएं, संस्था के सभी स्टाफ सदस्य और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन सभी को टीबी मुक्त भारत के संकल्प के साथ किया गया।



