बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता पर गंभीर आरोप, किसान की पत्नी को अकेले बुलाने की मांग
Indian 24 Circle News
बाराबंकी। जिले में बिजली विभाग के एक अधिशासी अभियंता पर गंभीर आरोप लगे हैं। एक किसान ने आरोप लगाया है कि बिजली बिल सही करवाने के एवज में अभियंता ने उसकी पत्नी को अकेले बुलाने की मांग की। मामला बाराबंकी के हैदरगढ़ तहसील के लोनीकटरा थाना क्षेत्र से जुड़ा है, जहां के एक किसान ने अधिशासी अभियंता प्रदीप गौतम पर अनैतिक मांग का आरोप लगाया है।
पीड़ित किसान के अनुसार, 13 मार्च 2024 को बिजली विभाग की टीम उसके घर निरीक्षण के लिए पहुंची थी। इस दौरान अधिशासी अभियंता प्रदीप गौतम ने उसकी पत्नी की सुंदरता की तारीफ की। अगले ही दिन किसान के बिजली कनेक्शन की रीडिंग में हेरफेर कर बिल बढ़ा दिया गया और कनेक्शन भी काट दिया गया।
किसान ने बताया कि जब वह 16 मार्च को बिल सही करवाने के लिए बिजली विभाग के कार्यालय पहुंचा, तो अभियंता ने बिल सही करने के बदले उसकी पत्नी को अकेले बुलाने की मांग कर दी। किसान ने सामाजिक लज्जा के डर से इस मामले की शिकायत पहले नहीं की, लेकिन 31 जनवरी 2025 को जब अभियंता फिर से उसके घर पहुंचा और 40 हजार रुपये के साथ पत्नी को लाने की बात कही, तो वह डर गया और अधिकारियों से इसकी शिकायत कर दी।
इस मामले में किसान ने उच्च अधिकारियों से शिकायत की, जिसके बाद अधीक्षण अभियंता राजबाला ने मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि विद्युत चेकिंग अभियान के बाद यह शिकायत आई है और इसमें लगाए गए आरोपों की गहन जांच की जाएगी।
अधिशासी अभियंता ने खुद को बताया निर्दोष
वहीं, आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए अधिशासी अभियंता प्रदीप गौतम ने सभी आरोपों को बेबुनियाद और झूठा करार दिया है। उनका कहना है कि बिजली विभाग बकायेदारों के खिलाफ लगातार अभियान चला रहा है और यह आरोप उनके खिलाफ एक साजिश के तहत लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि विभागीय जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी।
बिजली बिलिंग में गड़बड़ियों की शिकायतें बढ़ीं
बिजली बिलिंग को लेकर आए दिन शिकायतें बढ़ रही हैं। अधीक्षण अभियंता ने बताया कि विभाग अब मैन्युअल बिलिंग की जगह ऑनलाइन बिलिंग प्रणाली लागू कर रहा है, जिससे गड़बड़ियों को रोका जा सके।
इस पूरे मामले को लेकर पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई गई है। अब देखना होगा कि जांच में क्या सच्चाई सामने आती है और क्या वाकई अधिशासी अभियंता दोषी पाए जाते हैं या यह महज एक साजिश थी। फिलहाल, मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है।

