शीतला चौकिया धाम महन्त पद पर विवाद, साक्ष्य के साथ सामने आए विनय त्रिपाठी
Indian 24 Circle News
जौनपुर। पूर्वांचल की प्रसिद्ध शक्तिपीठ शीतला चौकिया धाम में महन्त पद को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इस मामले में विनय त्रिपाठी ने सोमवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में खुद को शक्तिपीठ का वास्तविक महन्त बताया। उन्होंने अपने दावे को पुष्ट करने के लिए नोटरी शपथ पत्र प्रस्तुत किया और कहा कि मंदिर में पूजा-अर्चना करने वाले पंडा, माली, ब्राह्मण, गोंसाई और अन्य कर्मकांडी लोगों ने उन्हें महन्त के रूप में स्वीकार कर अपनी सहमति के हस्ताक्षर किए हैं।
श्री त्रिपाठी ने महन्त पद पर झूठा दावा करने वाले विवेकानंद पंडा को चुनौती देते हुए कहा कि उनके पास अपने दावे के समर्थन में कोई ठोस साक्ष्य नहीं है। उन्होंने कहा कि विवेकानंद पंडा द्वारा दायर किए गए मुकदमे में अभी तक कोई निर्णय नहीं आया है और वे केवल भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
विनय त्रिपाठी ने स्पष्ट किया कि शीतला चौकिया धाम शक्तिपीठ के प्रबंधन में अम्बुजानंद को किसी प्रकार का हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि शक्तिपीठ की परंपराओं और धार्मिक कार्यों में बाहरी हस्तक्षेप अस्वीकार्य है।
महन्त पद को लेकर चल रहे इस विवाद ने स्थानीय भक्तों और श्रद्धालुओं के बीच भी चर्चा का विषय बना दिया है। फिलहाल, मंदिर प्रशासन और संबंधित पक्षों द्वारा मामले को सुलझाने के लिए कानूनी प्रक्रियाओं का इंतजार किया जा रहा है।
( रिपोर्ट: जिला संवादाता )

